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Friday, October 9, 2015

MODI in Pashupati Nath

नेपाल में बने अपने सविधान में कुछ आन्तरिक मतभेद के कारण भारत द्वारा लगाये गए नाकाबंदी के कारण देश में पेट्रोल डीजल और खाना बनाने का गैस की असहज स्थिति होने के कारण नेपाल के लोगो में असंतोष देखा गया जिसे शोशल मिडिया में लोगो ने अपने तर्क से विरोध किया है , इसी क्रम में नेपाल के एक हास्य कलाकार श्री मनोज गजुरेल भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का रूप धारण कर ८ ओक्टोबुर १८ ( २१ अशोज) को काठमांडू के पशुपति नाथ मंदिर में क्षमा पूजा ( मोदी के पापमोचन के लिए ) क्यों की अभी नेपाल में इंधन जैसे गैस पेट्रोल डीजल और जीवन यापन के लिए जरुरी सामानों की आपूर्ति पर रोक लगा दिया है जिससे नेपाल के लोग दुखी है जिसका पाप मोदी जी को लगा है उसके लिए साकेतिक ब्यंगात्मक पूजा किया

क्षमा पूजा में नेपाल के और भी कलाकार जैसे श्री हरिवंश आचार्य, मदनकृष्ण श्रेष्ठ, पूर्व मुख्य सचिव लीलामणि पौडेल, साहित्यकार कमल दीक्षित, और नागरिको की उपस्थिति में सद्बुद्धि आने की पशुपति नाथ से बिनती की गयी.. इस कलाकारों ने
ब्यंगात्मक रूप में मोदी जी के लिए कटाक्ष किया और मदेश से आपस में ही विवाद सुलझाने का अनुरोध किया जिससे भारत को हस्तक्षेप करने की जरुरत न पड़े..
 
हाला की भारत ने आर्थिक नाकेबंदी और मधेसी आंदोलन को समर्थन करने संबंधी नेपाल के आरोपों का तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने न तो कभी नेपाल के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप किया है और न ही उसका ऐसा करने का इरादा ही है। लेकिन मोदी जी के उपर इन हास्य कलाकारों ने कहा ही जब मोदी जी पहली बार नेपाल आये थे तो ताली और अब गाली मिल रही है 

 
पिछले दिनों काठमांडू में भारतीय दूतावास में पेट्रोल की कमी होने के कारण काठमांडू के लोगो ने ५० ml पेट्रोल जोड़ जोड़ कर दूतावास को दान दे विरोध प्रगट किया था...

हाला की अराजकता, अशांति जैसी स्थिति का खामियाजा नेपाल की तरह ही भारत को भी भुगतना पड़ता है।साथ ही आर्थिक नाकेबंदी के कारण भले ही नेपाल में परेशानी हो रही हो, मगर इस कारण भारत को भी व्यापक व्यापार घाटा उठाना पड़ा है।

सनद रहे की पिछले २० महीनो में प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के दो बार नेपाल यात्रा रही, जिसे नेपाल के लोगो ने एक सफल नजरिये से देखा था, लोगो के मन में विकास के एक नयी आशा जगी थी और ये उम्मीद जताई जा रही थी की आने वाले दिनों में नेपाल और भारत के रिश्ते कृष्णा और सुदामा जैसे हो जायेगे.. लेकिन पता नहीं किसकी नजर लग चुकी है 

नेपाल ने बीते दिनों आर्थिक नाकेबंदी और आंदोलन मामले में भारत के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन इन सब तनाव के बीच में नेपाल के प्रबुद्ध लोगो का हास्य के माध्यम से ये प्रयास भी सराहनीय है..

क्या है ये विवाद ये भी देखे #GoBackIndia
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