जब से पता चला है कि लंगोटे की बिक्री में 30% की कमी आई है अब से तो टेंशन हो गया हालांकि लंगोट के बारे में बहुत अभी भी कम ही लोग जानते हैं अगर गूगल में खोजा जाए तो गूगल के अनुसार लंगोट पहलवानों के इस्तेमाल में आता है और कुछ हिंदूवादी संगठन भी लोगों के खास प्रचार प्रसार करते रहते हैं ऐसा गूगल में देखा जाता है लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता मेरे हिसाब से लंगोट एक विशुद्ध भारतीय प्राचीन अंग वस्त्र है, जिसका उपयोग खास कर पूर्वी उत्तर प्रदेश में होता है... ये पताका के रूप में बनारस और उसके आस पास दिख जायेगे... खास कर बनारस शहर में उसके उपयोगकर्ता दिखते है...
Sunday, July 8, 2018
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