तुम ही वो थी जो मेरे जैसे निट्ठले के साथ १३ साल निकाल दिया , समय कैसे निकाल गया कुछ पता ही नहीं चला , हमने जितनी लड़ाइया एक दुसरे के साथ लड़ी है उतनी तो इतिहास में भी नहीं है.. फिर भी जीवन के कुछ अनमोल पल हम दोनों ने साथ ही देखे है ... अभी याद आया गया की समय के प्रवाह के साथ हमने भी अपने दांपत्य के १३ पड़ाव आज पार कर लिए. १३ वर्ष पूर्व आज ही के दिन यानी ८ July २००० को हमने एक दूसरे का हाथ थाम कर सप्रेम साथ निभाने का जो संकल्प लिया था उसे हम दोनों ने मिलकर पूरा करने की भरपूर कोशिश की है और हमें इसमें भरपूर कामयाबी भी मिली है. मुझे तो मिली है.. तुम्हारा पता नहीं.. यह सब कुछ ईश्वर की कृपा और माता पिता सहित बड़ों के आशीर्वाद का फल है. हमें आशीर्वाद दीजिए कि ईश्वर की कृपा हम पर बनी रहे और हमारा सहजीवन यों ही हँसी खुशी सफलतापूर्वक आगे बढ़ता रहे...
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